बुधवार, 20 अक्टूबर 2010
शैक्षिक योग्यता सांसद,विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के लिये अनिवार्य हो...
हमारे देश में प्रत्येक नागरिक के लिये किसी भी नौकरी के लिये शैक्षिक योग्यता अनिवार्य है.यहां तक कि चपरासी के लिये भी शैक्षिक योग्यता अनिवार्य है. फ़िर क्यों सांसद,विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के लिये शैक्षिक योग्यता अनिवार्य नहीं है. जो देश चलाने का काम करते हैं. इनके लिये न्यूनतम शैक्षिक योग्यता स्नातक होनी चाहिये. जब यह योग्यता इनके लिये अनिवार्य कर दी जायेगी.तो इस पद पर योग्य लोग आसीन होगें. तो राजनीतिक भ्रष्टाचार, घोटाला एवं वैमनस्यता काफ़ी कम हो जायेगी. जब इन पदों पर योग्य व्यक्ति पहुँचेगें तो हमारा देश शीघ्र तरक्की करेगा और एक महाशक्ति बन जायेगा.
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आप का विचार सही है|
जवाब देंहटाएंsundar shuroowat hai aapki
जवाब देंहटाएंsahi kha aapne
जवाब देंहटाएंblog ki duniya me swagat....
शुभकामनायें...
जवाब देंहटाएंचन्दर मेहेर
मेहेर बाबा जी की जय
कृपया पधारें:
lifemazedar.blogspot.com
kvkrewa.blogspot.com
आपने सही लिखा है कि जनप्रतिनिधियों के लिए अनिवार्य योग्यता होनी चाहिए......
जवाब देंहटाएंbat to sahi hai.bloggers ka nara, padha likha ho neta hamara.narayan narayan
जवाब देंहटाएंशानदार प्रयास बधाई और शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंएक विचार : चाहे कोई माने या न माने, लेकिन हमारे विचार हर अच्छे और बुरे, प्रिय और अप्रिय के प्राथमिक कारण हैं!
-लेखक (डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश') : समाज एवं प्रशासन में व्याप्त नाइंसाफी, भेदभाव, शोषण, भ्रष्टाचार, अत्याचार और गैर-बराबरी आदि के विरुद्ध 1993 में स्थापित एवं 1994 से राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली से पंजीबद्ध राष्ट्रीय संगठन-भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान- (बास) के मुख्य संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। जिसमें 05 अक्टूबर, 2010 तक, 4542 रजिस्टर्ड आजीवन कार्यकर्ता राजस्थान के सभी जिलों एवं दिल्ली सहित देश के 17 राज्यों में सेवारत हैं। फोन नं. 0141-2222225 (सायं 7 से 8 बजे), मो. नं. 098285-02666.
E-mail : dplmeena@gmail.com
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